वो बेनाम रिश्ते।
वो बेनाम रिश्ते।
ना ज्यादा , ना कम
वो बेनाम रिश्ते।
येह आँखें तुझे देखें , और कर दे अनदेखा
वो बेनाम रिश्ते !
तू हैं भी , और नहीं भी
वो बेनाम रिश्ते !
तेरा दर्द मेरा , तेरी खुशी मेरी दुआ
वो बेनाम रिश्ते !
ना तूने कभी अव्वाज़ दी , ना हमनें कभी पलट कर देखा , फिर भी हमारा
वो बेनाम रिश्ता।
येह दिन सालों में बदलें , और हमनें तुम्हे तारो में ढूँढा
वो बेनाम रिश्ते ।
सोचा इस रिश्ते को नाम दे दुएं , पर इस दुनिया की बन्दिशोए नें डरा दिया
वो बेनाम रिश्ते ।
बस तू मुस्कराता रहें , बस और क्या
वो बेनाम रिश्ते , तेरा मेरा सुकून का रिश्ता।
Upasna
Upasna
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